बेतिया, संवाद सहयोगी : बिहार नोनिया कल्याण महासमिति के संस्थापक सह अध्यक्ष बिहारी लाल प्रसाद उर्फ लाल दरोगा महतो ने नोनिया जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग की है। दो माह में मांग पूरा नहीं होने पर महासमिति की अगुवाई में चरणबद्ध आंदोलन की भी चेतावनी दी है। रविवार को नगर भवन में बिहार नोनिया कल्याण महासमिति के प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन में नोनिया जाति के विकास व उनकी मांगों को पूरा करने के मुद्दे पर गहन मंथन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष सह संस्थापक बिहार लाल प्रसाद ने की। उन्होंने कहा कि नोनिया जाति के प्रतिनिधि सरकार से अनुसूचित जाति की दर्जा देने की मांग वर्षो से करते रहे है। लेकिन सरकार आज तक इस मुद्दे पर न्याय संगत विभागीय कार्रवाई नहीं की। बिहार विधानसभा में नोनिया समाज की एक मात्र सदस्य पूर्व मंत्री रेणु देवी एवं विधान परिषद के पूर्व सदस्य गणेश भारती ने नोनिया जाति के हक के लिए जरुर आवाज उठाई। लेकिन उनकी मांग पूरा नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि नोनिया जाति का बिहार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। यह जाति अपनी मांग पूरा करने के लिए करीब 10 वर्षो से संघर्षरत है। बावजूद सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है। वहीं गोपाल प्रसाद ने नोनिया जाति के लोगों की देश के विकास में भूमिका को अवगत कराते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि इस जाति के लोग एक जुट हो अपनी आवाज मुखर करें। भिखारी महतो ने कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो बाध्य होकर नोनिया जाति के लोग सड़क पर उतरेंगे और सरकार का विरोध करेंगे। मौके पर भूलन महतो, रामजी महतो, रामायण महतो, माला देवी, सुदामा देवी, मीना देवी, गौतम कुमार सहित अन्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन जगमोहन कुमार ने किया।
बिहार नोनिया कल्याण महासमिति के संस्थापक सह अध्यक्ष बिहारी लाल प्रसाद उर्फ लाल दरोगा महतो ने नोनिया जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग की है।
