मेदिनीनगर : झारखंड राज्य में नोनिया, ¨बद, बेलदार को अनुसूचित जाति में शामिल करो। मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन होगा। उक्त बातें महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने कही। वे सोमवार को स्थानीय कचहरी परिसर में झारखंड राज्य नोनिया चौहान महासभा की आयोजित धरना को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड में नोनिया जाति के लोगों का रहन सहन, खान पान निम्नस्तरीय है। हर स्तर पर सामाजिक गिरावट है। यह जाति अनुसूचित जाति में शामिल होने का सभी मापदंड पूरा करता है। धरना की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश चौधरी व संचालन रामप्रवेश ¨सह ने किया। धरना में वक्ताओं ने कहा कि इस जाति के लोग सदियों से समाज में निम्न स्तर में रहते हैं। कहा कि ये सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक व शैक्षणिक सभी स्तर पर पिछड़ापन से ग्रसित हैं। इसी का नतीजा है कि झारखंड में कोई सांसद, विधायक, मंत्री, मेयर, डिप्टी मेयर, आयुक्त, उपायुक्त, समादेष्टा, राज्य के सचिव जैसे पद पर इस जाति के एक भी लोग नहीं हैं। वक्ताओं ने कहा कि मशीनरी युग के कारण इनका पारंपरिक काम नमक बनाना, मिट्टी काटना, मछली पकड़ना भी बंद हो गया है। बगल के प्रदेश पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश में इस जाति को अनुसूचित जाति में शामिल कर लिया गया है। बिहार सरकार ने भी इस जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है। झारखंड सरकार के पास यह मामला 2001 से लंबित है। धरना के बाद मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन पलामू के उपायुक्त को सौंपा गया। धरना को प्रदेश उपाध्यक्ष वीणा भारती, संरक्षक सीताराम ¨सह, संगठन मंत्री संत कुमार चौहान, महामंत्री उदय चौहान, पलामू जिला संरक्षक कृष्णा चौहान, मंत्री मुंद्रिका चौहान, प्रभारी सीडी चौहान, सह प्रभारी दुर्गेश कुमार चौहान, चंद्रप्रकाश ¨सह, विनोद ¨सह, अजीत चौहान, अजय चौहान, मनोज चौहान, चंदन चौहान, सुरेंद्र चौहान, उदय चौहान, जगदीश चौहान, इसरो देवी, ललिता देवी, गीता देवी, सुमित्रा देवी, मुना देवी समेत कई लोगों ने संबोधित किया।
नोनिया को अनुसूचित जाति में करें शामिल, मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन होगा। - झारखंड राज्य में नोनिया, ¨बद, बेलदार को अनुसूचित जाति में शामिल करो।
